झारखंड की संचार अवसंरचना: एक व्यापक दृष्टिकोण

झारखंड ने अपने गठन (2000) के बाद से एक कुशल और व्यापक संचार अवसंरचना के विकास की दिशा में निरंतर प्रयास किए हैं। यह ब्लॉग राज्य में डाक सेवाओं, रेडियो प्रसारण, टेलीविजन नेटवर्क और डिजिटल गवर्नेंस पहलों की विस्तृत जानकारी प्रस्तुत करता है।

1. झारखंड में डाक सेवाएं

  • झारखंड डाक परिमंडल की स्थापना 12 जनवरी 2001 को राज्य के गठन के बाद की गई थी।
  • यह अभी भी बिहार डाक परिमंडल के अंतर्गत कार्य करता है।
  • इस डाक परिमंडल में शामिल हैं:
    7 डाक मंडल:
    • रांची
    • धनबाद
    • सिंहभूम
    • संथाल परगना
    • हजारीबाग
    • पलामू
    • गिरिडीह
    2 रेलवे मेल सेवा केंद्र: रांची और धनबाद
    1 डाक भंडार डिपो: रांची
  • झारखंड के सभी डाक क्षेत्रों के PIN कोड की पहली संख्या 8 होती है।
  • झारखंड में कुल 3097 डाकघर हैं।

महत्वपूर्ण:

  • झारखंड डाक परिमंडल की स्थापना 2001 में
  • राज्य में कुल 3097 डाकघर — ये दोनों तथ्य परीक्षाओं में अक्सर पूछे जाते हैं।

2. आकाशवाणी (रेडियो प्रसारण प्रणाली)

  • ऑल इंडिया रेडियो (AIR) राज्य और स्थानीय प्रसारण के लिए प्रमुख माध्यम है।
  • मुख्य AIR केंद्र रांची में है, जो उच्च क्षमता के ट्रांसमिशन से सुसज्जित है।

अन्य AIR केंद्र (कम शक्ति के ट्रांसमिशन युक्त):

  • चाईबासा
  • धनबाद
  • जमशेदपुर
  • हजारीबाग
  • मेदिनीनगर (डाल्टनगंज)

वर्तमान में झारखंड में कुल 13 AIR केंद्र हैं:

  • रांची
  • जमशेदपुर
  • हजारीबाग
  • मेदिनीनगर
  • गढ़वा
  • गुमला
  • चाईबासा
  • चतरा
  • बोकारो
  • धनबाद
  • देवघर
  • घाटशिला
  • गिरिडीह

विशेष पहलें:

  • 10 जनवरी 2020: “असुर रेडियो” का शुभारंभ कोटियाहाट (नेतरहाट) में हुआ – असुरी भाषा को संरक्षित करने के उद्देश्य से।
  • 8 मार्च 2020 (अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस): “खांची 90.4 FM”, एक सामुदायिक रेडियो स्टेशन, रांची विश्वविद्यालय द्वारा शुरू किया गया।

महत्वपूर्ण:

  • असुर रेडियो – राज्य की पहली आदिवासी भाषा आधारित रेडियो सेवा (असुरी)
  • खांची FM – विश्वविद्यालय आधारित सामुदायिक रेडियो सेवा

3. दूरदर्शन (टेलीविजन प्रसारण प्रणाली)

  • झारखंड का पहला दूरदर्शन केंद्र रांची में 25 सितंबर 1984 को षष्ठम पंचवर्षीय योजना के दौरान स्थापित हुआ।
  • INSAT-1B उपग्रह के 1983 में प्रक्षेपण के बाद निम्न-शक्ति ट्रांसमीटर स्थापित किए गए:
    • धनबाद
    • दुमका
    • देवघर
    • बोकारो
    • जमशेदपुर
    • हजारीबाग
  • बाद में मेदिनीनगर (डाल्टनगंज) में एक उच्च-शक्ति दूरदर्शन ट्रांसमीटर केंद्र स्थापित किया गया।

महत्वपूर्ण:

  • 1984 में दूरदर्शन रांची केंद्र की स्थापना
  • मेदिनीनगर उच्च-शक्ति टीवी स्टेशन के रूप में एक प्रमुख केंद्र

4. डिजिटल संचार एवं ई-गवर्नेंस

प्रमुख परियोजनाएं और संस्थान:

झारनेट (Jharnet – झारखंड स्टेट वाइड एरिया नेटवर्क):

  • 2005–06 में शुरू किया गया
  • सभी जिलों में डिजिटल कनेक्टिविटी सुधारने हेतु

JAP-IT (Jharkhand Agency for Promotion of Information Technology):

  • 29 मार्च 2004 को गठित स्वायत्त निकाय
  • राज्य में आईटी और ई-गवर्नेंस परियोजनाओं को बढ़ावा देने हेतु

JSAC (Jharkhand Space Applications Center):

  • 2003 में सूचना प्रौद्योगिकी एवं ई-गवर्नेंस विभाग द्वारा ISRO के सहयोग से स्थापित
  • मुख्य कार्य:
    • उपग्रह आधारित मानचित्रण
    • रिमोट सेंसिंग
    • प्राकृतिक संसाधनों का मूल्यांकन

महत्वपूर्ण:

  • JAP-IT (2004) और JSAC (2003) — ई-गवर्नेंस एवं स्थानिक तकनीक के लिए दो प्रमुख संस्थान

5. मीडिया विस्तार: DD न्यूज़ झारखंड

  • राज्य के लिए एक समर्पित 24×7 DD न्यूज़ चैनल की घोषणा सूचना एवं प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू ने की थी।

महत्वपूर्ण:

  • राज्य स्तरीय समाचार कवरेज के लिए अलग DD झारखंड चैनल की शुरुआत

परीक्षा हेतु मुख्य बिंदु (Key Exam-Point Highlights):

  • झारखंड डाक परिमंडल की स्थापना: 2001
  • कुल डाकघर: 3097
  • AIR स्टेशन: 13, मुख्य केंद्र – रांची
  • पहली आदिवासी भाषा रेडियो सेवा: असुर रेडियो (2020)
  • सामुदायिक रेडियो: खांची 90.4 FM
  • पहला दूरदर्शन केंद्र: रांची, 1984
  • INSAT आधारित ट्रांसमिशन केंद्र: धनबाद, बोकारो आदि
  • डिजिटल परियोजनाएं:
    • झारनेट (2005–06)
    • JAP-IT (2004)
    • JSAC (2003)

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