
झारखंड राज्य में 11 अगस्त 2025 को घटित प्रमुख घटनाएं न केवल सामाजिक और शैक्षणिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि ये JPSC व JSSC जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी अत्यंत उपयोगी हैं। आइए इन घटनाओं का विस्तृत विश्लेषण करें:
1. “पलाश” कार्यक्रम से आदिवासी प्राथमिक शिक्षा को बढ़ावा
प्रमुख तथ्य:
- यह कार्यक्रम झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद (JEPC), UNICEF और Language Learning Foundation का एक संयुक्त प्रयास है।
- इसका उद्देश्य आदिवासी छात्रों को उनकी मातृभाषा में प्राथमिक शिक्षा (कक्षा I-V) प्रदान करना है।
- यह कार्यक्रम वर्तमान में 8 जिलों (सिमडेगा, गुमला, खूंटी, लोहरदगा, लातेहार, दुमका, साहिबगंज और पश्चिम सिंहभूम) में संचालित है।
- 1,041 स्कूलों में यह लागू है और लगभग 35,400 छात्र लाभान्वित हो रहे हैं।
- 1,064 प्रशिक्षित शिक्षक/संसाधन व्यक्ति कार्यरत हैं।
- प्रारंभ में वर्ष 2022 में यह योजना 259 स्कूलों में शुरू हुई थी।
परीक्षा हेतु महत्त्व:
- NEP 2020 व NCF जैसे राष्ट्रीय शैक्षिक दस्तावेजों से जुड़ा।
- मातृभाषा आधारित शिक्षा और आदिवासी समावेशन का उत्तम उदाहरण।
- सरकारी योजनाओं और बहुभाषिक शिक्षा प्रणाली पर आधारित प्रश्नों में उपयोगी।
2. स्वतंत्रता दिवस पर राज्यपाल द्वारा ध्वजारोहण
प्रमुख तथ्य:
- आमतौर पर यह कार्य मुख्यमंत्री द्वारा किया जाता है, लेकिन इस बार राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार 15 अगस्त को मोरहाबादी मैदान, रांची में राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे।
- कारण: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने दिवंगत पिता शिबू सोरेन की अंतिम विधियों में व्यस्त हैं।
- इस कारण से “At Home” समारोह भी रद्द कर दिया गया।
परीक्षा हेतु महत्त्व:
- राज्य प्रोटोकॉल में परिवर्तन का उदाहरण।
- राज्यपाल की संवैधानिक भूमिका पर आधारित प्रश्नों के लिए महत्वपूर्ण।
- आदिवासी नेताओं के प्रति सम्मान और परंपराओं का उल्लेख।
3. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का 50वां जन्मदिन – शोक और कर्तव्य के साथ
प्रमुख तथ्य:
- 10 अगस्त को हेमंत सोरेन ने 50 वर्ष पूर्ण किए।
- वे अपना जन्मदिन नेमरा गांव में बिताया, जहां वे अपने पिता शिबू सोरेन की मृत्युपरांत विधियों में शामिल हुए।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, राहुल गांधी सहित कई नेताओं ने शुभकामनाएं दीं।
- शिबू सोरेन के श्राद्ध कार्यक्रम की तैयारियां शुरू – सड़क और अन्य बुनियादी सुविधाओं में सुधार कार्य तेज।
परीक्षा हेतु महत्त्व:
- राज्य नेतृत्व और राजनीतिक विरासत से जुड़ा।
- राजकीय शोक एवं संबंधित प्रशासनिक निर्णय।
- बुनियादी ढांचे के विकास से जुड़े समसामयिक संदर्भ।
एक नज़र में — मुख्य तथ्य सारणी
| घटना | परीक्षा संबंधी महत्त्व |
|---|---|
| पलाश कार्यक्रम | मातृभाषा शिक्षा, आदिवासी नीति, NCF/NEP |
| राज्यपाल द्वारा ध्वजारोहण | संवैधानिक व्यवस्था, राज्य प्रोटोकॉल |
| हेमंत सोरेन का 50वां जन्मदिन और श्राद्ध | राजनीतिक संवेदना, नेतृत्व भूमिका |
परीक्षा रणनीति सुझाव
प्रिलिम्स के लिए:
- पलाश योजना से जुड़े संख्यात्मक आंकड़े याद रखें:
- 8 जिले, 1,041 स्कूल, 35,400 छात्र, 1,064 शिक्षक
- राज्यपाल द्वारा झंडा फहराने की घटना के कारण और परिस्थितियाँ।
मेन्स के लिए:
- मातृभाषा में शिक्षा से सीखने की गुणवत्ता में सुधार पर निबंध।
- राज्य में आदिवासी शिक्षा की स्थिति और सुधारात्मक पहल पर विश्लेषण।
- शोक काल में राजनीतिक नेतृत्व के निर्णयों और प्रशासनिक संवेदनशीलता का परीक्षण।
11 अगस्त 2025 की ये घटनाएं झारखंड के सामाजिक, शैक्षणिक और राजनीतिक परिवेश को दर्शाती हैं। JPSC/JSSC जैसी परीक्षाओं के लिए इनमें निहित तथ्य, विश्लेषण और डेटा विशेष रूप से उपयोगी हैं।
