“झारखंड परिवहन मानचित्र 2025: हवाई अड्डों, राजमार्गों, गलियारों और एक्सप्रेसवे की व्याख्या”

झारखंड का समग्र आधारभूत ढांचा विकास: एक विस्तृत अध्ययन

प्रस्तावना एवं मुख्य तथ्य

  • झारखंड आर्थिक सर्वेक्षण 2022–23 के अनुसार, राज्य में सड़क घनत्व 168.7 किमी प्रति 1000 वर्ग किमी है।
  • 2021 में यह घनत्व 162.27 किमी था, जो कि 6.43 किमी की वृद्धि को दर्शाता है।
  • लक्ष्य: 2025 तक इसे 250 किमी/1000 वर्ग किमी तक बढ़ाना है।
  • झारखंड राज्य राजमार्ग प्राधिकरण (SHAJ) की स्थापना 2015 में राज्य सड़कों और राजमार्गों के विकास हेतु की गई थी।

झारखंड में परिवहन के प्रमुख माध्यम

1. सड़क परिवहन

(क) राष्ट्रीय राजमार्ग (National Highways – NH)

  • परिभाषा: ऐसे राजमार्ग जो कई राज्यों या महत्वपूर्ण स्थानों को जोड़ते हैं।
  • उत्तरदायित्व:
    • चयन: राज्य सरकार द्वारा
    • घोषणा: केंद्र सरकार द्वारा
    • रख-रखाव: केंद्र सरकार द्वारा वित्तपोषित
  • कुल लंबाई (अगस्त 2022 तक): 3,340 किमी
  • सबसे लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग:
    • NH-20 (नई संख्या): 391.6 किमी, 6 जिलों से होकर गुजरता है – कोडरमा, हजारीबाग, रामगढ़, रांची, खूंटी, पश्चिमी सिंहभूम
    • पहले यह NH-33 था जिसकी लंबाई 333 किमी थी।

महत्वपूर्ण परीक्षा तथ्य: NH-20 झारखंड में सबसे अधिक जिलों से होकर गुजरता है।

राष्ट्रीय राजमार्गों का पुन: नामकरण – प्रमुख मार्ग एवं लंबाई

क्रमनया NHपुराना NHप्रमुख स्थललंबाई (किमी)
1114A32, 33, 6, 5सरठ, मधुपुर, गिरिडीह, डुमरी298.0
211832चांडिल, घाटशिला215.5
31963जमशेदपुर17.0
44195मढ़ी, बगोदर, गोविंदपुर199.82
52023, 31, 33, 75कोडरमा, बरही, हजारीबाग, रांची, खूंटी, चक्रधरपुर391.6
622023चाईबासा, गोविंदपुर54.0
732023रामगढ़, गोला, चास80.30
25143AGकोलेबिरा180.0
26320Dचक्रधरपुर, सोनुआ, गोइलकेरा, मनोहरपुर, सरायकेला134.5
27218चंदनकियारी, झरिया, धनबाद99.7
28143Bगोविंदपुर, डुमरी, महुआडांड़44.4

परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण तथ्य: NH-19 भारत की गोल्डन क्वाड्रिलेटरल योजना का हिस्सा है।

2. रेल परिवहन (Rail Transport)

  • कुल रेलवे लाइन: 2,394.46 किमी
  • ऐतिहासिक घटनाक्रम:
    • 1862: कोलकाता से राजमहल तक पहली रेल लाइन
    • 1907: पुरुलिया–रांची लाइन
    • 1911: रांची–लोहरदगा रेल मार्ग
  • रेलवे ज़ोन:
    • पूर्व मध्य रेलवे (ECR), मुख्यालय: हाजीपुर
    • दक्षिण पूर्व रेलवे (SER), मुख्यालय: कोलकाता
  • रेल मंडल:
    • धनबाद (1951), रांची (2003), चक्रधरपुर (1952)

धनबाद स्टेशन झारखंड का सर्वाधिक राजस्व अर्जित करने वाला स्टेशन है।

रेल परियोजनाएं:

  • कोडरमा–गिरिडीह (111 किमी)
  • कोडरमा–हजारीबाग–रांची (203 किमी)
  • लोहरदगा–रांची (टोरी के माध्यम से) – 113 किमी
  • झारखंड सेंट्रल रेलवे लिमिटेड (JCRL) की स्थापना
  • झारखंड रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (JRIDCL) – 51:49 संयुक्त उपक्रम
  • पूर्वी मालवाहक गलियारा (EDFC) का 196 किमी भाग झारखंड से होकर गुजरता है।

3. वायु परिवहन (Air Transport)

  • पहला हवाई अड्डा: रांची (1941)
  • बिरसा मुंडा हवाई अड्डा, रांची: एकमात्र अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा
  • अन्य हवाई अड्डे:
    • देवघर, सोनारी (जमशेदपुर), बोकारो, धनबाद, मैथन, सिदो-कान्हू (दुमका), ढालभूमगढ़
  • देवघर हवाई अड्डा:
    • नींव: 25 मई 2018 (PM मोदी)
    • उद्घाटन: 12 जुलाई 2022 (PM मोदी)
  • ग्लाइडिंग सेंटर: रांची, जमशेदपुर, (नए प्रस्ताव: दुमका, धनबाद)
  • पायलट अकादमी: PPP मोड पर दुमका में योजना
  • UDAN योजना में दुमका और बोकारो चयनित

महत्वपूर्ण तथ्य:

  • ब्रिटिशों ने द्वितीय विश्व युद्ध में चकुलिया और नवाडीह में हवाई पट्टियां बनाई थीं।
  • पहली बार विमान सोनारी हवाई अड्डे पर उतरा।

राज्य राजमार्ग (State Highways)

  • परिभाषा: राजधानी को जिला मुख्यालयों से जोड़ने वाली सड़कें
  • प्रबंधन: राज्य सरकार
  • कुल लंबाई: 1,231.9 किमी
  • मुख्य मार्ग:
    • रांची–नामकुम–मुरी (61.4 किमी)
    • रांची–कांके–रामगढ़ (57.0 किमी)
    • तमार–अर्की–कोलेबिरा (125.0 किमी)
    • कोडरमा–गोविंदपुर (156.0 किमी)
    • देवघर–महगामा (155.0 किमी)
    • दुमका–साहिबगंज (183.0 किमी)

कुल राज्य राजमार्ग: 1,886.4 किमी, जिसमें से 654.5 किमी को NH में बदला गया, शेष 1,231.9 किमी शुद्ध SH

राज्य राजमार्ग संख्या 5, 8, 11, 14, 15, 16, 17 को राष्ट्रीय राजमार्गों में बदला गया है।

अंतरराष्ट्रीय राजमार्ग (Asian Highway – AH)

  • ECAFE द्वारा प्रस्तावित – कुल लंबाई: 63,500 किमी
  • भारत में कुल: 2,680 किमी
  • झारखंड में मार्ग: बऱही से काठमांडू
  • देश: सिंगापुर, थाईलैंड, म्यांमार, बांग्लादेश, भारत, पाकिस्तान, तुर्की
  • लाभ: एशियाई राजमार्ग को यूरोपीय अंतरराष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ेगा

प्रमुख हाइवे और इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाएं

  • रांची–बोकारो एक्सप्रेसवे परियोजना PPP मोड में प्रस्तावित
  • गोल्डन ट्राएंगल योजना: रांची, धनबाद, जमशेदपुर को 6-लेन एक्सप्रेसवे से जोड़ना
  • NH-75 (अब NH-31) को भारतमाला परियोजना में शामिल किया गया
  • संबलपुर–रांची (147 किमी) रोड परियोजना को मंजूरी

गति शक्ति और औद्योगिक विकास

  • भारत का पहला पीएम गति शक्ति कार्गो टर्मिनल – थापर नगर स्टेशन, धनबाद
  • चक्रधरपुर स्टेशन – राजा चक्रधारी सिंहदेव के नाम पर
  • आदित्यपुर स्टेशन – राजा आदित्य प्रताप सिंहदेव के नाम पर

झारखंड कॉरिडोर परियोजनाएं

  • स्वीकृत कॉरिडोर की कुल लंबाई: 1,367 किमी
  • 6 अंतरराष्ट्रीय स्तर के हाई-स्पीड कॉरिडोर प्रस्तावित
कॉरिडोर नामलंबाई (किमी)मार्ग
1. पूर्वी कॉरिडोर121साहिबगंज → निरसा → चंदनकियारी → चांडिल
2. ईस्ट-वेस्ट393गढ़वा → चतरा → मधुपुर → सरठ → दुमका
3. उत्तर-दक्षिण275बरलंगा → सिली → रांची
4. सेंट्रल कॉरिडोर140बुढ़मु → टंडवा → चतरा → हंटरगंज → डोभी (बिहार सीमा)
5. पर्यटन कॉरिडोर270सिली–रंगामाटी → सरायकेला → खूंटी → सिसई
6. धार्मिक पर्यटन170झुमरीतिलैया → विष्णुगढ़ → राजरप्पा → देवघर → गिरिडीह

महत्वपूर्ण परीक्षा आधारित बिंदु (Highlights)

  • NH-20 झारखंड का सबसे लंबा NH है।
  • SHAJ की स्थापना 2015 में हुई थी।
  • NH-19 गोल्डन क्वाड्रिलेटरल का हिस्सा है।
  • बिरसा मुंडा हवाई अड्डा – एकमात्र अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा
  • देवघर हवाई अड्डा – 2022 में शुरू
  • JCRL और JRIDCL की स्थापना रेल परियोजनाओं के लिए
  • गति शक्ति टर्मिनल – धनबाद में भारत का पहला
  • रांची, जमशेदपुर और धनबाद को औद्योगिक कॉरिडोर के रूप में विकसित करने की योजना

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Post

“झारखंड आपदा प्रबंधन प्रणाली और प्रमुख पर्यावरणीय चुनौतियों की व्याख्या”“झारखंड आपदा प्रबंधन प्रणाली और प्रमुख पर्यावरणीय चुनौतियों की व्याख्या”

झारखंड: आपदा प्रबंधन प्रणाली और पर्यावरणीय चुनौतियों का विश्लेषण झारखंड, भारत के पूर्वी हिस्से में स्थित एक खनिज-समृद्ध और वनाच्छादित राज्य है, जो प्राकृतिक और मानवजनित आपदाओं की एक जटिल

“झारखंड के सभी जिले 2025 – गठन, क्षेत्र, नदियाँ, पर्यटन, साक्षरता और मुख्य तथ्य”“झारखंड के सभी जिले 2025 – गठन, क्षेत्र, नदियाँ, पर्यटन, साक्षरता और मुख्य तथ्य”

“झारखंड के जिला-वार समग्र प्रोफ़ाइल का अन्वेषण करें, जिसमें जनसांख्यिकी, भूगोल, उद्योग, पर्यटन, साक्षरता और प्रमुख तथ्यों की विस्तृत जानकारी दी गई है — जो JPSC, JSSC, UPSC और राज्य

“झारखंड की प्रमुख नीतियाँ (2011–2015): औद्योगिक विकास, सौर ऊर्जा, पर्यटन और खाद्य सुरक्षा की व्याख्या”लेखक“झारखंड की प्रमुख नीतियाँ (2011–2015): औद्योगिक विकास, सौर ऊर्जा, पर्यटन और खाद्य सुरक्षा की व्याख्या”लेखक

झारखंड, जो 2000 में अस्तित्व में आया, ने धीरे-धीरे अपने नीतिगत ढांचे को अपने लोगों की सामाजिक-आर्थिक और विकासात्मक जरूरतों को पूरा करने के लिए विकसित किया है। नीचे राज्य