झारखंड आर्थिक सर्वेक्षण 2022–23 के अनुसार राज्य की कुल स्थापित विद्युत उत्पादन क्षमता 2735 मेगावाट (MW) है, जिसका वर्गीकरण इस प्रकार है:
केंद्रीय सरकार: 55.13%
निजी क्षेत्र: 24.61%
राज्य सरकार: 20.26%
ऊर्जा प्रकार के अनुसार वर्गीकरण:
कोयला आधारित (थर्मल): 89%
जल विद्युत (हाइड्रो): 7%
नवीकरणीय ऊर्जा: 4%
झारखंड में विद्युत परियोजनाओं के प्रकार
- थर्मल पॉवर प्रोजेक्ट्स (TPPs)
- हाइड्रो पॉवर प्रोजेक्ट्स (HPPs)
झारखंड की थर्मल पॉवर परियोजनाएं
1. बोकारो थर्मल पॉवर स्टेशन
- दामोदर वैली कॉर्पोरेशन (DVC) के अंतर्गत पहली कोयला आधारित परियोजना।
- बोकारो नदी (दामोदर की सहायक) पर स्थित।
- 1953 में उत्पादन शुरू।
- संस्थापित क्षमता: 500 MW
- राष्ट्रीय ग्रिड को बिजली आपूर्ति करता है।
2. चंद्रपुरा थर्मल पॉवर स्टेशन
- DVC द्वारा 1965 में बोकारो में स्थापित।
- कुल क्षमता: 500 MW (2 यूनिट × 250 MW)
3. कोडरमा थर्मल पॉवर स्टेशन
- बंजरिडीह, जयनगर प्रखंड, कोडरमा में स्थित।
- DVC द्वारा संचालित।
- क्षमता: 1000 MW (2 यूनिट × 500 MW)
- बिटुमिनस कोयले का उपयोग।
4. पतरातू विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड (PVUNL)
- पतरातू, रामगढ़ जिले में स्थित।
- स्थापना: 15 अक्टूबर 2015
- संयुक्त उपक्रम: NTPC (74%) + JBVNL (26%)
- नलकारी नदी के किनारे स्थित।
प्रमुख बिंदु:
- योजना की कुल क्षमता: 4000 MW
- फेज 1: 3 यूनिट × 800 MW
- फेज 2: 2 यूनिट × 1800 MW
- बिजली वितरण:
- झारखंड: 85%
- बिहार: 688 MW
- ओडिशा: 396 MW
- पश्चिम बंगाल: 99 MW
- कोयला स्रोत: बनहरडीह कोल ब्लॉक
- जल स्रोत: पतरातू डैम (27 क्यूसेक)
- वित्तपोषण: NTPC को 75% ऋण, JBVNL को 25% (ग्रामीण विद्युतीकरण निगम द्वारा)
- पुराना संयंत्र: 1973 में रूस के सहयोग से (चौथी पंचवर्षीय योजना के अंतर्गत)
- पुरानी क्षमता: 840 MW (HEC, हटिया, रांची को बिजली आपूर्ति)
5. तेनुघाट थर्मल पॉवर स्टेशन
- तेनुघाट डैम, बोकारो में स्थित।
- क्षमता: 420 MW
- संचालक: तेनुघाट विद्युत निगम लिमिटेड (TVNL)
- मुख्यालय: हिनू, रांची
6. उत्तर करणपुरा थर्मल पॉवर स्टेशन
- टंडवा, चतरा में स्थित।
- निर्माणाधीन, NTPC द्वारा विकसित।
- प्रस्तावित कुल क्षमता: 1980 MW (3 यूनिट × 660 MW)
7. अडानी पॉवर लिमिटेड
- गोड्डा जिले में 425 एकड़ भूमि पर स्थित।
- विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ) का हिस्सा।
- अनुमोदित निवेश: ₹14,000 करोड़
- क्षमता: 1600 MW
- बांग्लादेश पॉवर बोर्ड को 1496 MW बिजली निर्यात।
8. टाटा पॉवर लिमिटेड
- जोजोबेड़ा (जमशेदपुर) में स्थित।
- टाटा स्टील से 67.5 MW यूनिट का अधिग्रहण।
9. इनलैंड पॉवर लिमिटेड
- गोला, रामगढ़ में स्थित।
- उत्पादन क्षमता: 63 MW
- बिजली आपूर्ति: झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (JBVNL)
10. मॉडर्न पॉवर लिमिटेड
- पलमपुर व श्रीरामपुर गाँव, सरायकेला-खरसावां में स्थित।
- उत्पादन क्षमता: 270 MW
झारखंड की जल विद्युत परियोजनाएं
1. तिलैया जल विद्युत स्टेशन
- बराकर नदी, कोडरमा में स्थित।
- 1953 में DVC द्वारा स्थापित।
- क्षमता: 4 MW (2 × 2 MW)
2. मैथन जल विद्युत स्टेशन
- बराकर नदी, धनबाद में स्थित।
- 1957 में DVC द्वारा स्थापित।
- झारखंड का एकमात्र गैस-टर्बाइन आधारित संयंत्र।
- दक्षिण-पूर्व एशिया में पहला।
- कुल क्षमता: 63.2 MW (2 × 20 MW, 1 × 23.2 MW)
3. स्वर्णरेखा जल विद्युत परियोजना
- स्वर्णरेखा नदी, रांची जिले में स्थित।
- 1989 में विश्व बैंक सहायता से स्थापित।
- झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा की संयुक्त परियोजना।
- बिजली आपूर्ति: हटिया ग्रिड के माध्यम से रांची के उद्योगों को।
4. कोनार जल विद्युत स्टेशन
- कोनार नदी, बोकारो में स्थित।
- क्षमता: 40 MW
- भूमिगत उत्पादन सुविधा उपलब्ध।
5. अइयार जल विद्युत परियोजना
- दामोदर नदी पर स्थित।
- स्थापित क्षमता: 45 MW
6. पंचेत जल विद्युत परियोजना
- दामोदर नदी पर, धनबाद–पुरुलिया सीमा के पास।
- क्षमता: 80 MW (2 × 40 MW यूनिट)
7. बाल पहाड़ी जल विद्युत परियोजना
- बराकर नदी, गिरिडीह जिले में स्थित।
- क्षमता: 20 MW
झारखंड में प्रस्तावित जल विद्युत परियोजनाएं
कुल 13 नई परियोजनाएं, प्रस्तावित निवेश ₹1052 करोड़।
परियोजना क्षेत्र | नदी | क्षमता (MW) | लागत (₹ करोड़) |
---|---|---|---|
तोरपा | कारो | 13 | 128.5 |
कुर्डेगा | |||
दशम फॉल्स | कांची | 6 | 53.64 |
मनोहरपुर | कोएल-कारो | 8 | 89.79 |
बासिन | कोएल | 9 | 106.17 |
जोन्हा फॉल्स | स्वर्णरेखा | 1 | 7.98 |
सीता फॉल्स | स्वर्णरेखा | 0.7 | 6.35 |
अड़की D फॉल्स | तजना | 1.5 | 11.94 |
स्वर्णरेखा | 11 | 37.91 | |
शंख/ब्रह्माणी | 19 | 166.08 |
प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए मुख्य तथ्य (Key Takeaways for Competitive Exams)
पतरातू, मैथन, चंद्रपुरा, तेनुघाट और बोकारो — झारखंड के प्रमुख थर्मल पॉवर स्टेशन हैं।
मैथन गैस टर्बाइन स्टेशन दक्षिण-पूर्व एशिया में अद्वितीय है।
स्वर्णरेखा परियोजना एक त्रि-राज्यीय सहयोग (झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा) है, जिसे विश्व बैंक का समर्थन प्राप्त है।
अडानी पावर (गोड्डा) बांग्लादेश को बिजली निर्यात करता है।
प्रस्तावित जल विद्युत परियोजनाएं कोयल, कारो, स्वर्णरेखा और शंख जैसी प्रमुख नदियों को कवर करती हैं।
नवीकरणीय ऊर्जा का हिस्सा अभी भी कुल ऊर्जा मिश्रण में केवल 4% है।
झारखंड में जल विद्युत परियोजनाएं (प्रस्तावित एवं वर्तमान)
परियोजना का नाम | नदी | क्षमता | वार्षिक उत्पादन |
---|---|---|---|
सुगाबांध-1 | बूढ़ा / उत्तरी कोयल | 4.5 MW | 36 मिलियन यूनिट्स (MUs) |
सुगाबांध-2 | बूढ़ा / उत्तरी कोयल | 4.5 MW | 39.49 MUs |
इटांगर परियोजना | शंख / ब्रह्माणी | 24 MW | 196.85 MUs |
अन्य परियोजना (शंख / ब्रह्माणी) | शंख / ब्रह्माणी | 23 MW | 171.97 MUs |
कुल प्रस्तावित जल विद्युत परियोजनाएं: 13
संयुक्त क्षमता: 125.20 MW
अनुमानित लागत: ₹1052.67 करोड़
झारखंड की विभिन्न नदियों पर स्थापित की जाएंगी।
जल विद्युत की लागत: ₹1 प्रति यूनिट से भी कम
कोयल-कारो जल विद्युत परियोजना (प्रस्तावित)
- विकासकर्ता: नेशनल हाइड्रोइलेक्ट्रिक पॉवर कॉर्पोरेशन (NHPC)
- स्थान: कोयल और कारो नदियों पर
- शामिल जिले: रांची, गुमला, पश्चिमी सिंहभूम
- कुल क्षमता:732 MW
- प्रथम चरण: 710 MW
- द्वितीय चरण: 22 MW
यह परियोजना प्रतियोगी परीक्षाओं में अक्सर पूछी जाती है।
झारखंड की प्रमुख जल विद्युत परियोजनाएं
परियोजना | क्षमता | जिला | नदी |
---|---|---|---|
तिलैया जल विद्युत | 4 MW | कोडरमा | बराकर |
मैथन जल विद्युत | 63.2 MW | धनबाद | बराकर |
स्वर्णरेखा जल विद्युत | 130 MW | रांची | स्वर्णरेखा |
कोनार जल विद्युत | 40 MW | बोकारो | कोनार |
पंचेत जल विद्युत | 40 MW | धनबाद | दामोदर |
बाल पहाड़ी जल विद्युत | 20 MW | गिरिडीह | बराकर |
अइयार जल विद्युत | 45 MW | — | दामोदर |
झारखंड में स्थापित विद्युत क्षमता (मेगावाट में)
स्वामित्व / स्रोत | थर्मल | हाइड्रो | नवीकरणीय | कुल |
---|---|---|---|---|
राज्य सरकार | 420.00 | 130.00 | 40.05 | 554.05 |
निजी क्षेत्र | 580.00 | 0.00 | 93.09 | 673.09 |
केंद्र सरकार | 1446.50 | 61.00 | 97.14 | 1604.64 |
कुल | 2446.50 | 191.00 | — | 2734.64 |
स्रोत: झारखंड आर्थिक सर्वेक्षण 2022–23
झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (JBVNL) की नई पहलें
SARAL–SAMIKSHA:
रनिंग प्रोजेक्ट्स और ट्रांसफॉर्मर मरम्मत की रियल-टाइम ऑनलाइन मॉनिटरिंग टूल।
SUVIDHA:
सौभाग्य योजना के तहत 2018 तक सार्वभौमिक घरेलू विद्युतीकरण सुनिश्चित किया गया।
SAKSHAM:
बिजली विभाग के कर्मचारियों के कौशल और उत्पादकता को बढ़ाने की योजना।
SASHAKT:
उपभोक्ता सेवाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करने और तकनीकी सहायता से शिकायत समाधान प्रदान करने की पहल।
JYOTIRMAYA:
बृहदारण्यक उपनिषद के शांति मंत्र से प्रेरित।
ऊर्जा निगमों की भूमिकाएं:
- झारखंड ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड (Holding)
- झारखंड ऊर्जा उत्पादन निगम लिमिटेड (Generation)
- झारखंड ऊर्जा संचार निगम लिमिटेड (Transmission)
- झारखंड ऊर्जा वितरण निगम लिमिटेड (Distribution)
झारखंड की प्रमुख विद्युत उत्पादन इकाइयाँ
कंपनी | मोड | आपूर्ति क्षमता | कवरेज क्षेत्र |
---|---|---|---|
DVC | कोयला | 1050 MW | बोकारो, चंद्रपुरा |
टाटा पॉवर | थर्मल | 547 MW (जोजोबेड़ा) | — |
टाटा पॉवर | हाइड्रो | 80 MW (पंचेत) | — |
टाटा पॉवर | हाइड्रो | 104 MW (तिलैया) | — |
टाटा पॉवर | थर्मल | 120 MW | — |
तेनुघाट विद्युत निगम | कोयला | 420 MW | — |
NTPC (कोडरमा) | कोयला | 1000 MW | — |
इनलैंड पॉवर | कोयला | 63 MW | — |
पतरातू विद्युत निगम | कोयला | 4000 MW (प्रस्तावित) | — |
ये तथ्य राज्य स्तरीय परीक्षाओं में बार-बार पूछे जाते हैं।
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य (विद्युत क्षेत्र से संबंधित)
कोल इंडिया लिमिटेड की 3 प्रमुख सहायक कंपनियाँ झारखंड में कार्यरत हैं:
CCL, BCCL, और ECL
(यह झारखंड की विशेषता है)
अडानी समूह की 1600 MW की पावर प्लांट, गोड्डा में विकसित की जा रही है —
बांग्लादेश को बिजली निर्यात किया जाएगा।
अल्ट्रा मेगा पॉवर प्रोजेक्ट्स (UMPPs):
- झारखंड में 17 UMPP की पहचान
- 9 परियोजनाओं को स्वीकृति
- तिलैया UMPP – झारखंड का पहला
- हुसैनाबाद (देवघर) – दूसरा प्रस्तावित UMPP
झारखंड में नवीकरणीय ऊर्जा
उत्कृष्ट सौर विकिरण:
- साल में 300+ धूप वाले दिन
- औसतन 4–5 घंटे प्रतिदिन सूर्यप्रकाश
अनुमानित सौर क्षमता: 18,180 MW
कुल नवीकरणीय ऊर्जा संभावित क्षमता (बायोमास, मिनी-हाइड्रो, वेस्ट-टू-एनर्जी सहित): 18,508 MW
DVC की सौर ऊर्जा परियोजनाएं:
- कोडरमा: 1.162 MW
- मैथन (धनबाद): 0.102 MW
सोलर पार्क योजना – झारखंड
- प्रारंभ: 12 दिसंबर 2014
- लक्ष्य क्षमता (प्रारंभिक): 20,000 MW
- संशोधित लक्ष्य (2017): 40,000 MW
- 2021–22 तक: 50 सोलर पार्क्स की योजना (देशभर में)
झारखंड में स्वीकृत सोलर पार्क्स (31 दिसंबर 2021 तक):
क्र. | सोलर पार्क का नाम | क्षमता (MW) |
---|---|---|
1 | फ्लोटिंग सोलर पार्क | 100 |
2 | देवगढ़ सोलर पार्क | 20 |
3 | पलामू सोलर पार्क | 20 |
4 | गढ़वा सोलर पार्क | 20 |
5 | सिमडेगा सोलर पार्क | 20 |
⭐ चिह्नित बिंदु प्रतियोगी परीक्षाओं में अक्सर पूछे जाते हैं।