Category: Jharkhand History

झारखंड की प्रसिद्ध हस्तियांझारखंड की प्रसिद्ध हस्तियां

झारखंड के महान स्वतंत्रता सेनानी: शौर्य, संघर्ष और बलिदान की गाथा झारखंड की धरती वीरता और बलिदान की अमर गाथाओं से समृद्ध रही है। यहाँ के अनेक सेनानियों ने ब्रिटिश

राजमहल, संथाल परगना और मानभूम का मुगलोत्तर इतिहास: एक विस्तृत इतिहास (1707-1740)राजमहल, संथाल परगना और मानभूम का मुगलोत्तर इतिहास: एक विस्तृत इतिहास (1707-1740)

औरंगज़ेब की मृत्यु के बाद का काल (1707): झारखंड में मुग़ल प्रभाव का पतन 1707 में औरंगज़ेब की मृत्यु के बाद का समय भारत के कई क्षेत्रों, विशेष रूप से

झारखंड में मुगलोत्तर काल (1707-1765)झारखंड में मुगलोत्तर काल (1707-1765)

1707 में औरंगज़ेब की मृत्यु के बाद, झारखंड में राजनीतिक अस्थिरता, आर्थिक शोषण और सत्ता संघर्ष का एक नया युग शुरू हुआ। इस अवधि में मुग़ल साम्राज्य का प्रभाव कमज़ोर

झारखंड का आधुनिक इतिहास (1765-1942)झारखंड का आधुनिक इतिहास (1765-1942)

झारखंड में ब्रिटिश नियंत्रण की स्थापना न तो आसान थी और न ही त्वरित। कोल्हान क्षेत्र और हो जनजाति हो जनजाति का रणनीतिक उपयोग सिंहभूम में ब्रिटिश हस्तक्षेप प्रतिकार और

Post-Mughal History of Rajmahal, Santhal Pargana, and Manbhum: A Detailed Chronicle (1707–1740)Post-Mughal History of Rajmahal, Santhal Pargana, and Manbhum: A Detailed Chronicle (1707–1740)

The period following the death of Aurangzeb in 1707 marked a significant decline in Mughal influence across many regions of India, including present-day Jharkhand. The weakening central power led to